संवाददाता /रघुनाथ सिंह/ खबर दृष्टिकोण।
संस्थान कर्मचारियों की वर्षों से लंबित तीन प्रमुख मांगे।
1 कैडर रिस्ट्रक्चरिंग
2 तीनों भत्ते पेशेंट केयर एलाउंस, वर्दी भत्ता और द्विभाषीय भत्ता
3 लगभग 1200 रिक्त पदों पर सीधी भर्ती
को लेकर संजय गांधी पीजीआई कर्मचारी महासंघ पिछले दो-तीन सालों से लगातार संस्थान प्रशासन और उत्तर प्रदेश शासन के साथ पत्राचार और वार्ता करता आ रहा है। उपरोक्त मांगों के संबंध में कर्मचारी महासंघ द्वारा महामहिम राज्यपाल महोदय, माननीय मुख्यमंत्री जी और माननीय मुख्य सचिव जी को भी अवगत कराया जा चुका है। संस्थान प्रशासन द्वारा यह कहा जाना कि उपरोक्त मांगों का प्रकरण उत्तर प्रदेश शासन स्तर पर प्रक्रियाधीन हैं और मांगे अभी लंबित हैं जिससे संस्थान कर्मचारियों में काफी रोष व्याप्त है। कर्मचारी महासंघ द्वारा आंदोलनतामक रुख अपनाते हुए *13 जून 2022 से धरने पर बैठने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।* धरने के दौरान कर्मचारियों की आम सहमति से निर्णय लेकर कार्य बहिष्कार भी किया जा सकता है संस्थान कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष जितेंद्र कुमार यादव तथा महामंत्री धर्मेश कुमार ने अवगत कराया और कहा जिसकी समस्त जिम्मेदारी संस्थान प्रशासन और उत्तर प्रदेश शासन की होगी।
उपस्थित रहे कर्मचारी एवं अधिकारी पूरन सिंह रावत अजय श्रीवास्तव भीम सिंह सुनीता सिंह मंजू यादव किशन पाल सिंह भगवती तथा शिव कुमार यादव मौजूद रहे