जौनपुर। एटीएम में नकदी डालने आए एजीएस कंपनी के कर्मचारियों से लूट के प्रयास के दौरान लुटेरों की गोलियों से छलनी होकर घायल होने से पूर्व गार्ड राम अवध चौबे की दिखाई गई जांबाजी की चर्चा हर किसी की जुबां पर है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यदि साथी गार्डों ने साहस से साथ जवाबी कार्रवाई की होती तो लुटेरे मौके पर ढेर होते या पकड़ लिए जाते।चश्मदीद बताते हैं कि करीब ढाई बजे एटीएम के ठीक सामने कैश वैन आकर रुकी। एक कर्मचारी व गार्ड राम अवध चौबे एटीएम में पैसा डालने के लिए बैग लेकर उतरे। कर्मचारी के एटीएम में घुसते ही राम अवध ने शटर गिरा दिया। खुद एकनाली बंदूक लेकर मुस्तैदी से बाहर खड़े हो गए। उसी समय पल्सर बाइक से मुंह ढंके तीन लुटेरे धमक पड़े। उनमें से दो बाइक से उतरकर गार्ड को लक्ष्य कर गोलियां चलाते हुए एटीएम की तरफ बढ़े। दिलेर राम अवध ने तुरंत पोजीशन लेकर लुटेरों को ललकारते हुए जवाबी फायरिंग शुरू कर दी। बताते हैं कि दोनों तरफ से गोलीबारी होने पर वैन में सवार साथी गार्ड पूरब की तरफ जाकर खड़े हो गए थे। यदि उन्होंने भी साहस के साथ मोर्चा संभाल लिया होता तो लुटेरे बचकर निकलने न पाते।घटना से बाजार में दहशत का माहौल बन गया। घायल राम अवध को उसके सहकर्मी कैश वैन से लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। डाक्टरों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। जिला अस्पताल पहुंचे एएसपी (सिटी) डा. संजय कुमार ने बताया कि बदमाश नकदी की लूटने में असफल रहे। बक्शा, बदलापुर, सिंगरामऊ व महराजगंज थानों की पुलिस घायल लुटेरे व उसके साथियों की तलाश सरगर्मी से कर रही हैं।सीओ सदर रणविजय सिंह व थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने घटनास्थल के ठीक सामने स्थित दुकान पर लगे सीसीटीवी कैमरे से फुटेज देखने का प्रयास किया, किंतु वह काम नहीं कर रहा था।



