टोक्यो
चीनी पनडुब्बी के बाद अब रूस के एंटोनोल एएन-26 विमान ने जापानी हवाई क्षेत्र में घुसपैठ कर ली है। जिसके बाद हरकत में आई जापानी वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने इस रूसी विमान को खदेड़ दिया। रूसी विमान ने रविवार को होक्काइडो द्वीप के पास कथित तौर पर जापान के हवाई क्षेत्र का दो बार उल्लंघन किया। इससे पहले शुक्रवार को एक चीनी पनडुब्बी को जापानी जलक्षेत्र के पास गश्त करते हुए पकड़ा गया था।
रूसी राजदूत को तलब किया और विरोध किया
क्योडो समाचार एजेंसी के अनुसार, जापानी विदेश मंत्रालय ने रूसी राजदूत को तलब किया और कड़ी आपत्ति व्यक्त की। इस मामले को लेकर जापान की ओर से रूस को एक विरोध पत्र भी सौंपा गया है. दावा किया जा रहा है कि यह रूसी विमान सिविल था न कि सैन्य। हालांकि जापान ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है।
क्या है रूस और जापान के बीच विवाद
जापान कुरील द्वीप समूह पर अपने क्षेत्रीय अधिकारों का दावा करता है। जापान इन द्वीपों को उत्तरी क्षेत्र कहता है। द्वितीय विश्व युद्ध के अंतिम दिनों में उन्हें सोवियत संघ द्वारा कब्जा कर लिया गया था और तब से उनके बारे में विवाद है। एक समझौते पर बातचीत के दशकों के राजनयिक प्रयासों के अब तक कोई स्पष्ट परिणाम नहीं मिले हैं। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने भी रूस के साथ इस विवाद को खत्म करने के लिए काफी प्रयास किए।
कुरील द्वीप समूह के पास रूसी नौसेना की गश्त
कुरील द्वीपों की सुरक्षा के लिए रूसी नौसेना का पूर्वी बेड़ा गश्त जारी रखता है। प्रशांत महासागर क्षेत्र में सुरक्षा के लिए रूस का पूर्वी बेड़ा जिम्मेदार है। इस बेड़े में कई घातक युद्धपोत और पनडुब्बी शामिल हैं। रूसी नौसेना इन विवादित द्वीपों के पास सैन्य अभ्यास और मिसाइल परीक्षण भी करती है।
रूसी पीएम के इन द्वीपों के दौरे पर भी बढ़ा विवाद
इस साल जुलाई में जब रूस के प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्तीन ने प्रशांत महासागर में कुरील द्वीप समूह का दौरा किया था तो जापान ने कड़ी आपत्ति जताई थी. जापान के स्थायी उप विदेश मंत्री ताकेओ मोरी ने विरोध दर्ज करने के लिए टोक्यो में रूसी राजदूत मिखाइल गालुजिन को तलब किया। इस दौरान उन्होंने रूस के सामने कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए इस हाई-प्रोफाइल दौरे को तुरंत खत्म करने का आग्रह किया.
एंटोनोव एएन-26 विमान (फाइल फोटो)source-agency news