कुल ढाई बीघा जमीन, पति बीमार, बेटा अपाहिज कैसे और कौन लड़ेगा मुकदमा?
खबर दृष्टिकोण: अनुराग मिश्रा
गोला गोकर्णनाथ खीरी।
सदर तहसील के परगना पैला के गांव कोडरी की बेहद गरीब परिवार की महिला किसान सुमन देवी ने जिलाधिकारी खीरी को सम्बोधित सम्पूर्ण समाधान दिवस में प्रार्थनापत्र देकर अपनी कृषि भूमि दिलाने की मांग की है।पीड़िता द्वारा प्रार्थनापत्र में कहा गया है कि चकबंदी विभाग द्वारा उसे जो खेत नापकर दिया गया था उसे अभिलेखों में पड़ोसी किसान फूलचंद का चक बना दिया ,फूलचंद को माप कर दूसरी जगह दिया गया था,अब राजस्व विभाग ने पीड़िता के खेत का लगभग आधा भाग फूलचंद को देकर मेड़बंदी करा दी है जिससे महिला किसान सुमन के खेत का रकबा प्रभावित हुआ है।
मेहनत मजदूरी कर परिवार का पोषण करने वाली पीड़ित महिला सुमन ने बताया कि उसका परिवार बेहद गरीब है पति इंद्रपाल बीमार रहते हैं, बेटे उपेंद्र सड़क दुर्घटना मेंअपना एक पैर गंवा चुका है परिवार के भरण-पोषण के लिए वह स्वंम विद्यालय में मध्याह्न भोजन बनाने का काम करती है परिवार के पास मात्र यही ढाई बीघा ही जमीन है,जिसमें से आधा हिस्सा दूसरे किसान को देकर मेड़बंदी करा दी गई ,मेड़बंदी कराने गये राजस्व कर्मचारियों ने बताया कि रकबा पूरा कराने के लिये मुकदमा दायर करना होगा , आदेश के बाद आपको अगले किसानों के रकबे में तुम्हरा रकबा मिलेगा।बेहद दैनीय परिस्थितियों से गुजर रहे परिवार का मुकदमा लड़ना मुश्किल होगा। विभाग के कर्मचारियों की गलतियों की सजा भोलेभाले गरीब किसानों को उठानी पड़ती है।
ग्राम कोडरी में हुई चकबंदी में वास्तविक चकों व भूनक्से में काफी खामियां मिलती हैं, यही कारण है कि किसानों में खेत-मेढ़ को लेकर कोई न कोई विवाद चलते रहते हैं। अब देखना होगा कि गरीब परिवार को आलाधिकारियों से न्याय मिलने में कितना समय लगेगा।



