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लखनऊ | आशियाना शहीद पथ निकट स्थित बीबीयू विश्वविद्यालय में गुरुवार को योग विभाग एवं योग वेलनेस सेन्टर के संयुक्त तत्वाधान में ‘योग और आत्मनिर्भरता’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार का उद्घाटन किया गया। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल के निर्देशन में आयोजित किया गया। उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता प्रो. बीसी यादव द्वारा की गयी। मुख्य अतिथि के तौर पर प्रो. जीडी शर्मा उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त मुख्य तौर पर विधि विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो० सुदर्शन वर्मा, शिक्षाशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष एवं संकायाध्यक्ष प्रो० राजशरण शाही, कार्यक्रम संयोजक एवं योग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ० दिपेश्वर सिंह एवं योग वेलनेस सेंटर के समन्वयक प्रो० शरद सोनकर मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन आयोजन सचिव डॉ० नरेन्द्र सिंह द्वारा किया गया|प्रो० बीसी यादव ने बताया कि योग के द्वारा व्यक्ति का सर्वागीण विकास सम्भव है। साथ ही योग के माध्यम से व्यक्ति, समाज और राष्ट्र को आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है|मुख्य अतिथि प्रो. जीडी शर्मा ने पांच ज्ञानेन्द्रियो की बात करते हुए बताया कि बिना तप के धर्म,अर्थ,काम,मोक्ष की प्राप्ति नही हो सकती, बिना उद्देश्य के किया गया अभ्यास जीवन में परिपक्वता नहीं ला सकता इसलिए दैनिक जीवन में योगाभ्यास अति आवश्यक है|शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष एवं संकायाध्यक्ष प्रो० राजशरण शाही ने कहा कि योग केवल सत्य के अन्वेषण की ही नही बल्कि उसके समाकलन की प्रकिया है। योग को समग्रता से समझना ही यौगिक द्रष्टि है| इसके अतिरिक्त योग व्यक्ति को सहयोगी, वियोगी और उधोगी बनाता है|कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार के प्रो. सुरेश बर्णवाल, हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय,कांगड़ा से डॉ. चर्चित कुमार एवं येनोपोया डीम्ड विश्वविद्यालय, मंगलौर, कर्नाटक से डॉ. पुनीत राघवेन्द्र ने योग से संबंधित विभिन्न विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत किये।



