खबर दृष्टिकोण: अनुराग मिश्रा
गोला गोकर्णनाथ खीरी। लखीमपुर खीरी जिले के महेशपुर वन रेंज क्षेत्र के गांवों में अजान इमलिया, घरथनिया , मूड़ा जवाहर सहित तमाम गांवों में बाघ की चहलकदमी के दावों के बीच वन विभाग की टीम ने मूड़ा जवाहर मे चौपाल लगाकर ग्रामीणो को जागरूक किया है ।
हो रही घटनाओं के मद्देनजर, वन विभाग की टीम ने जागरूकता अभियान के तहत चौपाल लगाकर मंगलवार को वन विभाग के अधिकारी दवीर हसन डब्लू डब्लू एफ ,रेंजर निर्भय प्रताप सिंह, डिप्टी रेंजर राम नरेश वर्मा, वन दरोगा रोहित श्री वास्तव और अन्य वन कर्मियों ने मूड़ा जवाहर गांव के प्राथमिक विद्यालय में ग्रामीणों से संवाद किया। चौपाल ग्रामीण को सलाह दी गई कि यदि वन्यजीव खेतों या आबादी के पास दिखें, तो तुरंत स्थानीय वन कर्मियों को सूचित करें, ताकि उचित कार्रवाई की जा सके और तेंदुआ दिखने पर पीठ दिखाकर भागे नहीं बल्कि धीरे-धीरे आंखों में आंखें डालकर पीछे की तरफ चले शोर मचाते हुए आवाज करें खेतों पर झुंड में काम करे शाम के दौरान शौच क्रिया हेतु अकले न निकले । बाहर मैदान में न सोये आदि जानकारियां बताई
मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं को कम किया जा सके।
यहां उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष अगस्त ,सितंबर में महेशपुर रेंज क्षेत्र में बाघ ने दो किसानों को अपना निबाला बना लिया था
इसके अलावा, मोहम्मदी रेंज में भी बाघ के हमलों में दो ग्रामीणों की जान गई थी, जिससे वन विभाग की सक्रियता पर सवाल उठे थे।
वन विभाग द्वारा बाघ की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए विशेष तकनीक वाले कैमरे लगाए गए हैं, लेकिन अभी तक बाघ को पकड़ने में सफलता नहीं मिली है।
इन परिस्थितियों में, ग्रामीणों को सतर्क रहने और वन विभाग के निर्देशों का पालन करने की आवश्यकता है, ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और वन्यजीवों के साथ सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व संभव हो सके।



