स्थानीय लोगों ने नगर आयुक्त से की शिकायत
खबर दृष्टिकोण |
नगर निगम लखनऊ के द्वारा जोन आठ अंतर्गत हैवतमऊ मझ्वया झील के सुन्दरीकरण का काम चल रहा है,नगर निगम की टीम ने झील का मुआयना करते हुए पूर्व में कुछ अवैध कब्जा करने वाले लोगों को स्वेच्छा से जगह छोड़ने की हिदायत दी थी लेकिन इसी दौरान झील पर अवैध अतिक्रमण करने वाले दबंग लोगों ने ढाल के तौर पर मन्दिर का निर्माण शुरू कर दिया जिस पर नगर निगम की टीम ने पहुंचकर रोक लगा दी थी।बावजूद इसके अतिक्रमण करने वालो के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक हैवतमऊ मइवया झील में हो रहे मंदिर के नाम पर अवैध कब्ज़े के सम्बन्ध में मण्डलायुक्त, महापौर, नगर आयुक्त एवं अपर नगर आयुक्त को भी कई बार प्रार्थना पत्र के माध्यम से सूचित किया गया है। स्थानीय निवासी ललित शुक्ला, आलोक सिंह, मान सिंह यादव, एस एन शर्मा का कहना है कि रसूख के दम पर दबंगों द्वारा झील पर अवैध कब्जा किया जा रहा है।यहाँ पर गाटा संख्या 1542 घ लगभग 16 बीघा झील में दर्ज है,मइवया झील की तरफ अवैध कब्ज़े गिरवाये भी जा चुके हैं लेकिन कृष्ण विहार कालोनी की तरफ दबंगों द्वारा एक चबूतरे पर मूर्ति रखकर भविष्य में मंदिर का रूप देकर उसकी आड में अवैध कब्जा करने की मन्शा है, जबकि बीते इक्कीस जून को नगर निगम द्वारा चबूतरे को गिराया जा चुका है दबंग फिर भी अवैध कब्जा कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि नगर निगम भी झील पर हो रहे अवैध कब्जे को लेकर कोरी कार्यवाई ही करती नजर आ रही है।संपत्ति विभाग के प्रभारी अधिकारी ने बताया कि अवैध अतिक्रमण कर्ताओं को नोटिस जारी की गयी थी लेकिन फिर भी अतिक्रमण करने से लोग बाज नहीं आ रहे हैं।