सुविधाएं और व्यवस्था चरमराती आयी नजर_
खबर दृष्टिकोण, अतुल श्रीवास्तव
बाराबंकी। जिले के सुप्रसिद्ध पौराणिक मंदिर लोधेश्वर महादेव में उमड़ा आस्था का जन सैलाब, चारों तरफ हर-हर महादेव, बम-बम भोले की तुमुल ध्वनि के साथ श्रद्धालुओं की टोली अर्धरात्रि में मंदिर के कपाट खुलते ही श्रद्धालु हाथों में गंगाजल बेल-पत्र, धतूरा, अक्षत आदि पूजन सामग्री लिए हुए मंदिर गर्भ गृह की तरफ हर्षोल्लास के साथ पहुंचकर अपने आराध्य का जलाभिषेक कर मनवांछित फल की कामना का आशीर्वाद प्राप्त कर रहे थे, पुलिस प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं को कतारबद्ध होकर सुगम दर्शन उपलब्ध कराने में जद्दोजहद करनी पड़ी जिससे श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न होने पाए। पुलिस क्षेत्राधिकारी रामनगर आलोक पाठक मंदिर प्रांगण में व मंदिर गर्भ गृह में महादेव चौकी प्रभारी संतोष कुमार त्रिपाठी सुरक्षा कर्मियों के साथ स्वयं कमान संभाले हुए श्रद्धालुओं को जलाभिषेक कर बाहर निकलने में कड़ी मशक्कत करते हुए दिखे, अभरण सरोवर में पानी कम होने की वजह से हजारों श्रद्धालुओं के स्नान करने से पानी इतना गंदा हो गया कि पानी में मछलियां मरने लगी जो बड़ी-बड़ी मछली पूरे तालाब में मरी हुई पड़ी थी तालाब को गंदा कर रही थी मजबूरी में इस गंदे पानी में श्रद्धालुओं के द्वारा स्नान कर लोधेश्वर महादेव का जलाभिषेक किया जा रहा था, श्रद्धालुओं की सुरक्षा में लगाई गई अभरण सरोवर की बैरिकेटिंग पूरी तरीके से ध्वस्त दिखी, पूरे मेला परिसर में जिम्मेदारों की लापरवाही साफ-साफ नजर आ रही थी। महादेव ऑटोडोरियम के पास टैक्सी स्टैंड ठेकेदारों के द्वारा लगाए गए बैरियर पर स्थानीय लोगों को आधार कार्ड देखने के बाद नहीं आने दिया जा रहा था जिससे स्थानीय लोगों में रोष व्याप्त रहा। जिस कारण ठेकेदारों वा स्थानीय लोगों में नोंक-झोंक होती रही, जबकि विगत वर्षों में तत्कालीन अपर पुलिस अधीक्षक आशुतोष मिश्रा जी के द्वारा स्थानीय पुलिस कर्मियों की तैनाती के साथ सख्त निर्देश दिए गए थे स्थानीय लोगों को आवागमन में बाधा ना पहुंचाई जाए। क्योंकि मुख्य मार्ग होने के कारण स्थानीय लोगों से बैरियर पर तैनात जिम्मेदार लोगों द्वारा अच्छा बर्ताव नहीं किया जाता है जिससे आम जनमानस की शासन, प्रशासन के प्रति नाराजगी झलकती दिखाई पड़ती है। अव्यवस्थाओं के बीच श्रावण मास का पहला सोमवार सकुशल संपन्न हुआ परंतु जिम्मेदार अधिकारियों को आने वाले सोमवारों को देखते हुए व्यवस्थाओं को दुरुस्त करना होगा क्योंकि अब आने वाले सोमवारों में लगातार भीड़ बढ़ती रहेगी जिनकी सुरक्षा सुरक्षा के लिए व्यवस्थाएं चुस्त दुरुस्त करनी ही होगी।