खबर दृष्टिकोण:-रफीक खान
बरवर खीरी:- कस्बे में बीएसएनल का टावर होते हुए भी बीएसएनल का नेटवर्क क्यों नहीं आते हैं फिर इस बीएसएनएल के टावर का क्या महत्व एक तरफ जहां जिओ एयरटेल वोडा आइडिया सहित सभी प्राइवेट कंपनियों ने अपने रिचार्ज को कई सौ गुना महंगा कर रखा है जहां जनता की रिचार्ज कराने पर कमर टूटती नजर आती है चारों तरफ रिचार्ज के नाम पर त्राहि त्राहि मची हुई है लेकिन इंसान करे भी तो क्या करे बात कहे भी तो किससे कहे आदमी परेशान होकर रिचार्ज करा रहा है वहीं दूसरी तरफ सवाल उठता है कि सरकारी कंपनी बीएसएनएल का बरबर नगर पंचायत में टावर भी लगा हुआ है लेकिन बीएसएनएल के नेटवर्क नहीं आते हैं बरवर की जनता अब बीएसएनएल की तरफ रुख करने पर आमादा है बरबर ही नहीं अगर देखा जाए तो हर जगह व्यक्ति बीएसएनएल की तरफ रुख कर रहा है लेकिन मजबूरी नेटवर्क नहीं आते हैं आज सोशल मीडिया का और नेटवर्क की स्पीड का जमाना है तो मजबूरी में जिओ एयरटेल आदि का रिचार्ज कराना पड़ता है लेकिन सवाल यह है कि यह बीएसएनएल के टावर लगे हुए हैं और नेटवर्क नहीं आते हैं तो इनको क्यों लगाया गया बरवर की जनता की मांग है की बीएसएनल के नेटवर्क की प्रॉब्लम को जल्द ही सही कराया जाए जहां एक तरफ लोग अपने परिवारों का खर्च चलाने के लिए बहुत ही विषम परिस्थितियों से गुजरते हैं तो वहीं दूसरी तरफ इस रिचार्ज के बढ़ते हुए दामों ने जनता को परेशान कर रखा है तरह-तरह के नियम 28 दिन का महीना रिचार्ज ना करा पाने में आउटगोइंग और इनकमिंग कॉल को को बंद कर देना इन सब से जनता परेशान नजर आ रही है फिलहाल अब जनता बीएसएनएल की तरफ रुख करने पर आमादा है