संवाददाता समीर खान
ख़बर दृष्टिकोण लखनऊ
राजधानी लखनऊ के बड़े ईमाम्बाड़े आसिफ़ी मस्जिद में बाद नमाज़े जुमअतुलविदा पर सालाना मनाया जाने वाला”यौमे क़ुदस”पर शिया समुदाय ने पूरे जोशो ख़रोश से (एहतिजाज) प्रदर्शन किया,ज्ञातवय है यह एहतिजाज पिछले 45 वर्ष पूर्व रहबरे इंक़िलाब आयतुल्लाह खुमैनी द्वारा शुरू किया गया था जिसको आज भी पूरी दुनिया का शिया समुदाय बाद नमाज़े अलविदा एहतिजाज करते आरहे हैँ यह एहतिजाज फलस्तीन की हिमायत और बैतुल मुक़द्दस की आज़ादी के लिए शुरू किया गया था,आज बड़े ईमाम्बाड़े आसिफ़ी मस्जिद में जलसे को ख़िताब करते हुए मौलाना सय्यद कल्बे जवाद नक़वी ने कहा जो हुसैनी है वही फलस्तीन के साथ जो यज़ीदी है वो इज़राईल के साथ है मौलाना ने आगे कहा कि जो कर्बलाई है वो फलस्तीन के साथ है जो यज़ीदी है वो इज़राईल के साथ है,मौलाना ने कहा जबतक फलस्तीन आज़ाद नहीं होता तब तक हमारा एहतिजाज जारी रहेगा, मौलाना ने कहा कि हमने हमेशा मज़लूम की हिमायत की है हम कभी ज़ालिम के साथ नहीं रहे मौलाना ने शिया शब्द का इस्तेमाल ना करते हुए कहा कि कोई भी हुसैनी ज़ालिम का साथ नहीं दे सकता हर हुसैनी मज़लूम का ही साथ देगा मौलाना ने *प्रधान मंत्री मोदी से अपील की कि वो इज़राईल पर दबाव बनाएं जंग बंदी एवं फलस्तीन को आज़ाद करने का,इस मौक़े पर इज़राईल के नेस्त नाबुदी की दुआ की गई,उलमा ए क्राम में मौलाना सरताज हैदर,मौलाना फ़िरोज़ हुसैन,मौलाना हसनैन बाक़री,मौलाना शबाहत हुसैन सहित आधा सैकड़ा मौलाना उपस्थित रहे