शेषनाथ यादव खबर दृष्टिकोण
देवरिया,भटनी।आजाद भारत के पहले उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती 31 अक्तूबर को मनाई जाती है। इन दिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के तौर पर मनाते हैं। सरदार पटेल जी का देश की आजादी में खास योगदान रहा। स्वतंत्रता के बाद छोटी-बड़ी रियासतों को जोड़कर भारत के अधीन लाने का पूरा श्रेय सरदार पटेल को ही जाता है। आजादी के दौरान भारत में छोटे-छोटे रियासतों में बंटा था, जिन्हें विलय करना आसान नहीं था।इस मौके पर विद्यालय के कार्यकारी निदेशक अजय वर्मा ने समस्त अध्यापक व सभी बच्चों के साथ भारत की अखंडता के लिए शपथ दिलाया गया।और उनके बारे में बताया कि सरदार पटेल के लिए यह चुनौती थी, उन्होंने अपनी बुद्धि व अनुभव का इस्तेमाल करते हुए सभी को एकता के सूत्र में बांधा और भारतीय एकता के प्रतीक बन गए। सरदार पटेल के योगदान के कारण उनकी जयंती को एकता दिवस के तौर पर मनाते हैं। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद देसी रियासतों का एकीकरण कर अखंड भारत के निर्माण में इनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।सरदार वल्लभ भाई पटेल का जीवन हर युवा के लिए प्रेरणा है।इस मौके पर विद्यालय के प्रबंधक बी.के. श्रीवास्तव के साथ समस्त अध्यापक- गण के साथ सभी छात्र – छात्राएं मुख्य रूप से उपास्थित रहे।