किसानों ने अचानक किया गोसाईगंज कोतवाली का किया घेरा
किया गया फायर बिग्रेड निर्माण मे किसानो के साथ अन्याय का विरोध
पुलिस पर लगा पूर्वांचल माफियाओं से मिलकर अवैध खनन करने का आरोप
ऐसा ही होता रहा तो भारत मे कभी नहीं आ सकता राम राज्य
खबर दृष्टिकोण लखनऊ।
संवाददाता गंगा चरण
लखनऊ।सुबह दस बजे से गोसाईगंज कोतवाली परिसर मे किसानो का जमावड़ा होने लगा।कुछ ही देर मे वहां किसानों की भीड़ और किसान यूनियन के हरे – सफेद झंडे दिखाई देने लगे। माइक पर किसानो की दहाड़ गूंजने लगी।माइक पर सभी वक्ता तहसील प्रशासन और पुलिस को पानी पी पी कर कोस रहे थे।यह सब कोतवाली कार्यालय से चंद कदमों की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत सदरपुर करोरा मे बन रहे फायर स्टेशन के विरोध मे आरंभ हुआ।इस मामले को लेकर संगठन के युवा जिला अध्यक्ष मनीष पटेल “काका” ने बताया कि सदरपुर करोरा मे भूमि गाटा संख्या 696 सरकारी है।इसी मे 415 हेक्टेयर पर फायर बिग्रेड का निर्माण होना है।काका के अनुसार इस मामले मे फायर स्टेशन के जेई व अन्य लोगो ने मानकों को ताक पर रखकर काम किया जा रहा है। पट्टा धारक गरीबों के मकानों को गिरा दिया गया।इसे फायर स्टेशन से संबंधित अधिकारियों की माननी समझा गया।बात किसान नेताओ तक पहुंची।फिर क्या था।भीड़ इकट्ठी होने लगी।देखते ही देखते कोतवाली मे किसान नेताओं को दहाड़े गूंजने लगी।जिला उपाध्यक्ष शारदा पटेल ने कहा कि स्थानीय पुलिस का पूर्वांचल के माफियाओं के साथ मिलकर जो कमाई का धंधा चल रहा है वह नहीं चलने दिया जाएगा।उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि धन कमाई के धंधे मे पुलिस के साथ कुछ स्थानीय पत्रकार भी लगे हुए है।यदि यही होता रहा तो भारत मे कभी राम राज्य नही आ सकता है। इसके बाद वरिष्ठ मंडल उपध्यक्ष सुरेंद्र कुमार वर्मा ने फायर स्टेशन के निर्माण मे पीड़ितों के साथ हुई ज्यादती का विरोध किया।