(नाराज ग्रामीण मौके पर धरने पर बैठे,तहसील प्रशासन पर लगाया मंडलायुक्त के पट्टा खारिज करने के आदेश को दरकिनार करने का आरोप)
मोहनलालगंज।नंदौली व रामदासपुर गांवो के ग्रामीणो की शिकायत पर मंडलायुक्त डा०रोशन जैकब ने जांच के बाद झील पर हुये पट्टे खारिज करने के आदेश दिये थे,मंडलायुक्त के आदेश के 11दिन बीत जाने के बाद भी पट्टे तो खारिज नही हुये लेकिन बुद्ववार को पट्टा धारको को कब्जा दिलाने के झील की पैमाईश के लिये नायाब तहसीलदार के नेतृत्व में राजस्व टीम मौके पर पहुंची तो दोनो गांव के ग्रामीणो का आक्रोश भड़क उठा,प्रधानो समेत सैकड़ो की संख्या में ग्रामीणो मौके पर पहुंचकर विरोध पर उतर आये,जिसके बाद मौके पर गयी राजस्व टीम उल्टे पाॅव वापस लौट गयी,नंदौली व रामदासपुर के प्रधानो समेत सैकड़ो ग्रामीण मौके पर धरने पर बैठ गये ओर मंडलायुक्त के आदेश के बाद भी पट्टा खारिज ना करने का तहसील प्रशासन पर आरोप लगाते हुये जमकर हगांमा काटा। ग्रामीणों का आरोप था कि इस झील पर मत्स्य पालन के लिए पट्टा किया गया है किंतु पट्टेधारक इस पर सिघाड़ा लगाते है और सिघाड़े में जहरीली दवाइयों का प्रयोग करते है। जिससे झील में पानी पाने वाले मवेशी मर जाते है। साथ ही, प्रवासी पक्षी भी इस झील में आते है। इसी विरोध के बाद कुछ दिन पूर्व पैमाइश करने के लिए तहसील प्रशासन की टीम गयी हुई थी किंतु विरोध के बाद वापस लौट आयी थी।पूरे मामलें की शिकायत ग्रामीणो ने 15जुलाई को तहसील दिवस में मण्डलायुक्त डा० रोशन जैकब से की थी तो उन्होने नियमपूर्वक जांच कर पट्टो को निरस्त करने का आदेश दिया था। किंतु 11दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नही हुयी थी।