आलमबाग सवांददाता खबर दृष्टिकोण |
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लखनऊ शाखा कृष्णानगर में कार्यरत महिला कर्मचारी ने अपने सुपरवाइजर समेत दो अन्य कर्मचारियों पर छेड़छाड़ व जातिसूचक गालियाँ देने का आरोप लगाते हुए स्थानीय कृष्णा नगर थाने में पुलिस से लिखित शिकायत की है पीड़िता की शिकायत पर स्थानीय पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच में जुटी है ।
कृष्णा नगर कोतवाली प्रभारी विक्रम सिंह ने बताया कि मूल रूप से कैसरबाग में रहने वाली महिला ने बताया कि वह उत्तर उत्तर प्रदेश मेट्रो में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं और वह पिछले करीब सात वर्षों से कार्यरत है बीते बीते 5 फरवरी को मैट्रो की कृष्णा नगर शाखा में उसकी ज्वाइनिंग हुई थी। वहीं पीड़िता का आरोप है कि मेट्रो रेल कॉरपोरेशन कृष्णा नगर शाखा में सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत मनोज
पांडे ने पीडिता 5 सौ रूपये और 1 दिन की ड्यूटी लगाने के साथ अच्छे होटल में खाना खिलाने की बात कही जिसका उसने विरोध किया। लेकिन अगले दिन बाद टीम लीडर अरूण श्रीवास्तव ने बातचीत करने के बहाने पीडिता को स्टोर के अंदर बुलाकर ले गए और कहा कि तुम सुपरवाइजर मनोज पांडे से क्यों झगड़ा करती हो । जिस पर पीडिता ने टीम लीडर को बताया वह उससे अश्लील गंदी गंदी बातें करने के साथ बुरा काम करने के लिए दबाव बनाते हैं । तो टीम लीडर व कर्मचारी राजेन्द्र वर्मा ने पीडिता से सुपरवाइजर की बात मान मानने से इंकार किया जिस पर सुपरवाइजर मनोज पांडे ने पीडिता को पकड़कर नाजुक अंगो से छेड़छाड़ करते हुए जोर-जबर्दस्ती करने का प्रयास करने लगा पीडिता के मुताबिक तीनो लोग अंदर थे। वही पीडिता ने पुलिस से सुपरवाइजर समेत सभी की पुलिस से शिकायत करने की बात कही तो पीडिता को काम नहीं करने की बात कहते हुए जान से मारने की धमकी देते हुए जाति सूचना गालियाँ दी है और वह सभी लोग सुलह समझौता का दबाव बना रहे हैं। जिसके चलते पीडिता ने आरोपियों के खिलाफ स्थानीय थाने में पुलिस से नामजद लिखित शिकायत की है। वही पीडिता ने मेट्रो स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे की जाँच कराई जाने व आरोपियों को डयूटी से हटाए जाने की बात कही है। पुलिस के मुताबिक पीडिता की शिकायत पर कोर्ट के आदेश पर छेड़छाड़ , धमकी व अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति नृशंसता अधिनियम की धारा में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।