लखनऊ खबर दृष्टिकोण |रिमोट सेंसिंग एप्लीकेशन्स सेंटर उत्तर प्रदेश द्वारा ‘‘भू-स्थानिक तकनीकी से गांव का विकास’’ विषय पर एक ‘‘वृहद कृषक गोष्ठी’’ का आयोजन शनिवार को कृषि विज्ञान केन्द्र, बिचपुरी, आगरा में किया गया। किसान गोष्ठी में योगेंद्र उपाध्याय, कैबिनेट मंत्री, उच्च शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी, उत्तर प्रदेश शासन द्वारा मुख्य अतिथि के रूप मेें किसान गोष्ठी का शुभारम्भ राजा बलवंत सिंह जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से किया गया। इस अवसर पर मंत्री द्वारा केन्द्र के एकीकृत फसल प्रणाली मॉडल, क्रॉप कैफीटेरिया, किचन गार्डन, डेयरी इकाई आदि का भ्रमण भी किया गया। इसी के साथ मुख्य अतिथि द्वारा गोष्ठी में विभिन्न क्षेत्रों से आये लगभग 30 कृषकों को किसान प्रगतिशील पुरूस्कार से सम्मानित भी किया गया। उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए अपने उद्बोधन में मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने बताया कि रिमोट सेंसिंग एप्लीकेशन्स सेंटर उत्तर प्रदेश देश के प्रथम राज्यस्तरीय, रिमोट सेंसिंग एप्लीकेशनस सेंटर के रूप में स्थापित है। यह संस्थान प्रदेश के प्राकृतिक संसाधनों के समुचित व सुनियोजित उपयोग एवं प्रबंधन के लिए निरन्तर कार्यरत है। चयनित रूर्बन क्लस्टर ग्रामों में प्राकृतिक संसाधनों का मानचित्रीकरण जैसे ; आधारभूत संरचना, मृदा, कृषि, भू-आच्छादन भू-उपयोग, सजरा मानचित्रों के मार्डनाइजेशन, जन सुविधाओं जैसे-रोड, कैनाल, पेयजल, शिक्षा, विद्युत वितरण, सार्वजनिक शौचालय, आवागमन इत्यादि का मानचित्रीकरण किया जाता है। प्रदेश के आगरा जनपद के मिढ़ाकुर ग्राम हेतु उक्त कार्य केन्द्र द्वारा किया गया है। यह संस्थान फसल क्षेत्र और विभिन्न फसलों के उत्पादन का अनुमान, मरुस्थलीकरण और भूमि क्षरण, वन क्षेत्र एवं वन क्षेत्रों के बाहर वृक्षारोपण के आंकलन पर भी काम कर रहा है।डा पी. कुंवर, निदेशक ने रिमोट सेंसिंग एप्लीकेशन्स सेंटर, उत्तर प्रदेश द्वारा उपग्रहीय आंकड़ों पर आधारित नवीनतम भू-स्थानिक तकनीकों के माध्यम से उक्त संस्थान द्वारा संम्पादित की जा रही अन्य प्रमुख गतिविधियों से गोष्ठी में उपस्थित समस्त प्रतिभागियों को अवगत कराया। कार्यक्रम के अन्त में डा कुंवर ने मुख्य अतिथि महोदय को स्मृति चिन्ह एवं शाल ओढ़ाकर व जनपद के प्रगतिशील कृषकों द्वारा साफा बांध कर सम्मानित किया। गोष्ठी में विभिन्न संस्थाओं द्वारा 6 कृषि निवेश स्टाल भी लगाये गये थे। गोष्ठी में जनपद के विभिन्न ग्रामों से आये 297 कृषकों एवं कृषक महिलाओं सहित डा पी. कुंवर, निदेशक, प्रोफ़ेसर डॉ अलौकिक उपाध्याय, सुशील चन्द्रा, अमित सिन्हा, डा एम. एस. यादव, नरेन्द्र कुमार व डा. कौशलेन्द्र सिंह, वरिष्ठ वैज्ञानिक, आरएसएसी, उ प्र लखनऊ, तथा प्रो. विजय श्रीवास्तव, प्राचार्य, आर. बी. एस. कॉलेज, पुरुषोत्तम मिश्रा, उप निदेशक-कृषि, एवं डा आर. एस. चौहान, हैड केवीके द्वारा उपस्थित रहकर सक्रिय भागीदारी की गई।