घर घर जाकर लगाते हैं अंगूठा राशन देने के नाम पर करते है, हीला हवाली
मीडिया के संज्ञान में आते ही मामले को दबाने की बात करते हैं बूढ़ापुर और गौरा गांव के कोटेदार
वाराणसी। पीएम मोदी और प्रदेश में बैठे सूबे की सरकार दावा करते है, कि हर घर हर गरीब को मुफ्त राशन मुहैया कराई जाए लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा अगर पड़ताल की जाए तो जमीनी हकीकत कुछ और ही निकल कर आएगी, जी हां हम बात कर रहे हैं खुद प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र बनारस की जहां पर ग्राम सभा बूढ़ापुर और गौरा गांव के कोटेदार पारस पांडे सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ा कर और विभागीय अधिकारियों की आंखों में धूल झोंक कर ग्रामीणों का राशन मजे से डकार रहे हैं। ना ही उनको प्रदेश में बैठे सरकार का डर है। और ना ही अपने ऊपर के अधिकारियों का कोई खौफ दरअसल आपको बता दें कि पूरा मामला क्या है। कोटेदार द्वारा ग्रामीणों के घर घर जाकर अंगूठा लगाकर बाद में राशन न देने संबंधित मामला प्रकाश में आया। जब इसकी सच्चाई जानने के लिए मीडिया ने पड़ताल की तो पता चला कि खुद कोटेदार के पुत्र संजय कुमार पांडे उर्फ सुभाष द्वारा ही राशन का वितरण किया जाता है। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान खुद कहा कि उनसे गलती हो गई है, अब आगे से वह ऐसा काम नहीं करेंगे और ग्रामीणों को पूरा राशन देंगे और घर-घर जाकर अंगूठा लगाने जैसी बातों को मीडिया को पैसा देकर मामले को रफा-दफा करने की बात कही। इसके अलावा मानवाधिकार सी डब्ल्यू ए संस्था के मंडल प्रभारी विकास सिंह ने मामले को संज्ञान में लेते हुए वैधानिक कार्यवाही के आधार पर मानवाधिकार आयोग में राशन संबंधित जुड़े अधिकारियों को तलब कराने की बात कही है। अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि जहां पर सूबे की सरकार और उनके आला अधिकारी सीना ठोक कर यह दावा करते हैं कि प्रदेश के हर जिले में उनके द्वारा किया जा रहा कर सही है तो ग्राउंड जीरो रिपोर्टिंग में सत्यता कुछ और ही निकल कर आती है। अब देखना यह है कि इस भ्रष्ट कोटेदार के खिलाफ खबर चलने के बाद प्रदेश लेकर जिले तक के आला अधिकारी क्या कार्रवाई करते हैं या सिर्फ मामले को कागज पर ही सीमित कर मामले को टरका देते हैं।