लखनऊ खबर दृष्टिकोण। लखनऊ के रायबरेली रोड संजय गाँधी पीजीआई अस्पताल में शनिवार को नेफ्रोलॉजी विभाग द्वारा डायलिसिस यूनिट, ईएमआरटीसी बिल्डिंग, एसजीपीजीआई के ऑपरेशन थिएटर का उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया। डिजिटल सबस्टेशन एंजियोग्राफी (डीएसए) और सी-आर्म की सुविधाओं से पूरी तरह सुसज्जित दो शीर्ष श्रेणी के ऑपरेशन थिएटर, जिनका उपयोग वैस्कुलर एक्सेस फेल्योर, थ्रोम्बेक्टोमी और आर्टेरियोवेनस फिस्टुलोप्लास्टी के उपचार के लिए किया जाएगा। ऑपरेशन थियेटर का उपयोग एवीएफ बनाने, जुगुलर कैथेटर लगाने और डायलिसिस की आवश्यकता वाले रोगियों को वैस्कुलर एक्सेस के लिए सबक्यूटेनियस टनल कैथेटर के लिए किया जाएगा।इस अवसर पर शिमदज़ु मेडिकल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक योशीयुकी फुजिनो और प्रबंधक यासूनी कटकामी ने संस्थान और विभाग का दौरा किया। संस्थान के निदेशक प्रो आरके धीमन ने इन दोनों अतिथियों का स्वागत किया। उद्घाटन समारोह के दौरान संस्थान के निदेशक प्रो आरके धीमन,नेफ्रोलाजी के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर नारायण प्रसाद, जापानी प्रतिनिधि, विभाग के संकाय सदस्य प्रोफेसर अनुपमा कौल, डॉ धर्मेंद्र भदौरिया, डॉ मानस पटेल, डॉ मोनिका याच्चा, डॉ मानस बेहरा और डॉ रवि कुशवाहा उपस्थित थे। उद्घाटन समारोह में नेफ्रोलॉजी के सभी कर्मचारियों ने भाग लिया। निदेशक प्रोफेसर आर के धीमन और प्रो नारायण प्रसाद ने इस तरह की सुविधा प्रदान करने के लिए यूपी सरकार को धन्यवाद दिया।उत्तर प्रदेश सरकार ने न केवल उत्तर प्रदेश राज्य बल्कि पड़ोसी राज्यों और उन सभी देशों से आने वाले किडनी की बीमारी से पीड़ित मरीजों के कल्याण के लिए बड़ी पहल की है, जहां यह सुविधा वर्तमान में उपलब्ध नहीं है। संजय गांधी पी जी आई , लखनऊ का नेफ्रोलॉजी विभाग न केवल उत्तर प्रदेश राज्य बल्कि पड़ोसी राज्यों जैसे बिहार, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और पड़ोसी देशों जैसे नेपाल और बांग्लादेश से आने वाले सभी प्रकार के किडनी रोगों से पीड़ित रोगियों को सेवा प्रदान करने के लिए जाना जाता है। नेफ्रोलॉजी विभाग को नए इमरजेंसी और रीनल ट्रांसप्लांट सेंटर में स्थानांतरित कर दिया गया है, जिसमें 110 डायलिसिस स्टेशन, दो ऑपरेशन थियेटर, 97 क्लिनिकल नेफ्रोलॉजी बेड और 11 बेडेड आईसीयू हैं। नेफ्रोलॉजी के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर नारायण प्रसाद ने इस हस्तक्षेप की आवश्यकता को महसूस किया और आवश्यकता और चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए इस सेगमेंट को विकसित किया। डॉ. मानस पटेल, नेफ्रोलॉजी के एसोसिएट प्रोफेसर को इंटरनेशनल सोसायटी नेफ्रोलॉजी के फेलोशिप प्रोग्राम के तहत इंटरवेंशन नेफ्रोलॉजी के लिए प्रशिक्षित किया गया है। विभाग ने इंटरवेंशनल नेफ्रोलॉजी की शुरुआत और फिस्टुलोग्राफी, फिस्टुलोप्लास्टी, आर्टेरियोवेनस फिस्टुला, टनल और नॉन-टनलेड इंटरनल जुगुलर कैथेटर की नई प्रक्रिया के साथ अपने काम में एक नया आयाम जोड़ा है।