खबर दृष्टिकोण
वाराणसी : काशी एक धर्म नगरी है धर्म नगरी काशी में नवरात्रि में मां दुर्गा की प्रतिमा बिठाकर 9 दिन पूजा अर्चना लोग करते हैं नवरात्रि दशहरे के बाद चित्रकूट की रामलीला समिति द्वारा विश्व प्रसिद्ध भरत मिलाप होता है यह भरत मिलाप विगत 450 वर्षों से निरंतर हो रहा है, विश्व प्रसिद्ध नाटी इमली भरत मिलाप ने चारों भाइयों का प्रेम देखकर काशीवासी भगवान के दर्शन कर भाव विभोर हो गए, वही दूर दूर से लोग भरत मिलाप देखने काशी आते हैं भरत मिलाप संयोजक द्वारा बताया गया कि इस भरत मिलाप मे लोग लीला देखने नहीं आते हैं अपितु भगवान के साक्षात रूप का दर्शन करने आते हैं इस भरत मिलाप में भगवान श्री राम और माता सीता के साथ-साथ चारों भाई के साक्षात रूप का दर्शन करते हैं वही इनका दर्शन चारों भाइयों के मिलन के समय काशी में वास करने वाले देवता गण भी भगवान का दर्शन करने यहां अप्रत्यक्ष रूप से उपस्थित होते हैं भरत मिलाप में वाराणसी के सभी अधिकारी गण के साथ पुलिस प्रशासन सुरक्षा की दृष्टि से जुटी रही, वही वाराणसी पुलिस कमिश्नर ने कहा कि इस भरत मिलाप मे काशीवासी की आस्था की जीवंत रूप देखने को मिलता है इस भरत मिलाप को लक्खा मेला भी कहा जाता है काशीवासी भगवान श्री राम के दर्शन कर और हम लोग भी इस अद्भुत दृश्य को देखकर आनंदित हुए, मैं अपनी पुलिस टीम के साथ काशीवासी को इस उपलक्ष में हार्दिक बधाई देता हूं l