लखनऊ, कंज्यूमर गिल्ड, उत्तर प्रदेश द्वारा सड़क सुरक्षा पर आयोजित एक परिचर्चा में अभिषेक श्रीवास्तव (अधिवक्ता), अध्यक्ष, कंज्यूमर गिल्ड ने बताया कि भारत सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने 2020 में स्वीडन में एक सम्मेलन में भाग लिया था, जो वैश्विक लक्ष्य 2030 प्राप्त करने के लिए सड़क सुरक्षा पर आयोजित होने वाला तृतीय उच्च स्तरीय वैश्विक सम्मेलन था। जहां 2030 तक भारत में सड़क हादसे में शून्य मौत होने की अवधारणा प्रस्तुत की गई थी। इस लक्ष्य की प्राप्ति हेतु दुर्घटनाओं में जान बचाने के कार्य में अब और तेजी लाने की जरूरत है, तथा इस लक्ष्य की प्राप्ति हेतु इसमे राज्य सरकारों की बहुत मह्त्वपूर्ण भूमिका है। यातायात कानूनों के प्रभावी प्रवर्तन हेतु देश की सभी राज्य सरकारों को केंद्र सरकार के साथ मिलकर कार्य करना होगा। इसके अलावा कुशल ड्राईवर्स की भारी कमी, असंगठित क्षेत्र में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरुकता की कमी, सभी हितधारकों में आपसी सामंजस्य की कमी भी अन्य कारण है। अभिषेक श्रीवास्तव ने कहा कि यातायात कानूनों के खराब प्रवर्तन की कीमत पर नागरिकों की जान नहीं गंवाई जा सकती। सड़क सुरक्षा के दृष्टिकोण से उत्तर प्रदेश सरकार कई जरुरी कदम उठायें है परंतु लक्ष्य 2030 के लिये उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में सड़क दुर्घटना में भारी कमी लानी ही होगी तभी लक्ष्य की प्राप्ति हो सकेगी।