उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने रूरल इन्जिनियरिंग डिपार्टमेंट के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि उत्तर प्रदेश में पीएमजीएसवाई
के तहत जो सड़कें निर्माणाधीन हैं/निर्माण की प्रक्रिया में है,के अलावा 25हजार किमी नई सड़कों के निर्माण का खाका तैयार करें। उन्होंने कहा है कि पीएमजीएसवाई के तहत 5किमी से कम दूरी की सड़कों के निर्माण हेतु भी प्रस्ताव तैयार कर ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार को भेजा जाय,आपको बताते चलें,कि पीएमजीएसवाई में 5किमी से अधिक लम्बाई की सड़कों का निर्माण/उच्चीकरण होता है।उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि चूंकि ग्रामीण क्षेत्रों में 5किमी की लम्बाई से कम की बहुत बड़ी संख्या में सड़कें, कच्चे मार्ग,खडन्जा आदि हैं,यदि इन्हें भी पीएमजीएसवाई में ले लिया जाय और इनकी चौड़ाई 5.5मीटर ही रहे, तो ग्रामीण क्षेत्र में छोटे -छोटे गांवों तक ट्रक आदि आसानी से पहुंच सकेंगे,और ग्रामीण क्षेत्र में आवागमन की और अधिक बेहतर सुविधा उपलब्ध
हो सकेगी।
केशव प्रसाद मौर्य ने निर्देश दिए हैं कि निर्धारित अवधि के बाद सड़कों को सम्बन्धित विभाग को हस्तांतरित किया जाय। बताया गया कि ग्रामीण अभियंत्रण विभाग द्वारा विभिन्न विभागों/संस्थाओं के बजट से निर्मित मार्ग/सम्पर्क मार्गो पर पंचायती राज विभाग का स्वामित्व होगा,इस व्यवस्था के तहत ग्रामीण अभियंत्रण विभाग द्वारा निर्मित मार्गों को नियमानुसार जिला पंचायतो को हस्तांतरित किया जा रहा है।उप मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए हैं कि पीएमजीएसवाई के अंतर्गत निर्मित मार्गों के किनारे
वृहद वृक्षारोपण कराया जाए। निर्देश दिए हैं कि रूरल इन्जिनियरिंग डिपार्टमेंट की प्रदेश में खाली भूमि का विवरण एकत्र करते हुये उस भूमि का उपयोग किया जाना सुनिश्चित किया जाए।