रिपोर्ट-आकाश सोनी खबर द्रष्टिकोण न्यूज़ हमीरपुर
कस्बा सहित क्षेत्रवासियों के साथ भी कुछ इसी प्रकार हुआ है लोगों का मानना था कि सरकार की मंशानुसार अवैध अतिक्रमण पर चाबुक चला कर जाम के झाम निजात मिलेगी लेकिन…।
लंबे समय से मौदहा कस्बा जाम के झाम से ग्रसित था* जिस पर कड़ी मस्क्कत के बाद अवैध अतिक्रमण पर चाबुक तो चला पर वह भी अवैध वसूली के आगे नतमस्तक होने लगा।
कस्बे के बड़े चौराहा में जिम्मेदारों को चढ़ावा चढ़कर फिर से दुकानें सजाकर उसी किल्लत को न्यौता दिया जाने लगा।
अब टैक्स के रूप में जनता का गाढ़ी कमाई का पैसा तो ठिकाने लग गया पर समस्या का निदान …फिर से बुल्डोजर बाबा के बुल्डोजर का इंतेज़ार करने लगा।