लखनऊ,। उत्तर प्रदेश आबकारी विभाग ने वाइनरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए किसानों का अधिक से अधिक साथ लेने की योजना बनाई है। वाइनरी के लिए किसानों से फलों की खरीद की जाती रही है और आने वाले वक्त में फलों की खेती को प्रोत्साहित कर बड़ी मात्रा में फल खरीद होगी। आबकारी विभाग के अधिकारियों ने किसानों के मध्य बने समूहों में वार्ता शुरू कर दी है। उत्तर प्रदेश में होने वाले फलों में वाइनरी के लिए उपयोगी फलों के किसानों की सूची बनायी जा रही है। प्रदेश में सबट्रापिकल फल आम, जामुन, अमरूद, केला, आवला, आडू, चीकू, फालसा, शहतूत, बेर की खेती-किसानी करने वाले किसानों को सूचीबद्ध कर आगे उनके साथ बैठकें की जाएंगी। किसानों से बैठकों के बाद उनके समक्ष आबकारी विभाग अपनी बात रखेगा और किसानों का पक्ष सुनकर योजना को अंतिम रूप देगा, जिससे फलों के उपयोग से वाइनरी के उद्योग को उपयोग के फलों को उपलब्ध कराया जा सके और उत्पादन में प्रदेश को नम्बर वन बनाया जा सके। आबकारी विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय ने बताया कि वर्तमान समय में परम्परागत रूप में फलों के व्यवसाय किसान लगे हैं। इनकी संख्या में बढ़ोत्तरी करती है। इसके अतिरिक्त युवाओं का भी रुझान वाइनरी क्षेत्र में बढ़ रहा है, उन्हें भी तेजी से जोड़ना हैं। आगामी नौ जुलाई इसको लेकर एक संगोष्ठी का आयोजन भी किया जा रहा है।