अगर जांच हुई,तो कार्यवाही तय
अजय सिंह
सीतापुर। प्रदेश सरकार जहां भ्रष्टाचार को नेस्तनाबूद करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है तो वही भ्रष्टाचार करने वाले निरंतर भ्रष्टाचार में सराबोर हैं और जांच के नाम पर महज कागजी खानापूर्ति हो रही है ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है लहरपुर में ग्राम पंचायत दारानगर का जो काफी चौंकाने वाला है यहां पर हर जगह भ्रष्टाचार ही नजर आ रहा है लेकिन उसके बावजूद भी कार्यवाही नहीं हो पाई है यह एक बड़ा सवाल है बताते चलें कि तालाब साफ-सफाई के नाम पर लाखों रुपए 2021-21 हड़प किया गया है। बताते चलें कि धरातल पर ऐसा नहीं अगर बात की जाए तो आज भी जंगल झाड़ी लगा हुआ है तालाबों में किस तरीके की साफ सफाई हुई है जो दिखाई दे रहा है, और इसके रखरखाव पर भी सवाल खड़े होते हैं कि आखिरकार तालाबों में जो धन निकाला दिखाया जा रहा है क्या वह महज कागजों पर ही हैं सत्यता से परे दिखाई पड़ रहा है मनरेगा के तहत बताया जा रहा है कि यह होता है जिसमें ग्राम प्रधान के चहेते मजदूरों को का काम दिखाया जाता है,जबकि बातें हो रही हैं की काम कराया नहीं जाता बस जेब में जाने के लिए दिखाया जाता है,अगर सत्यता की परख करनी हो तो कार्यों में ग्राम पंचायत के मजदूरों की फेहरिस्त देखी जा सकती है जिसमें लगभग वही मजदूर ही मास्टर रोल उपस्थिति में नजर आयेंगे, इक्का-दुक्का छोड़कर,तो क्या ऐसा वाकई हो रहा है। बातें यह भी हो रही है की कच्चे कार्यो में आसानी से धन खपत किया जा सकता है, जो बरसात के बहाने छिपाया जा सकता है, हालांकि कई कार्य दारा नगर ग्राम पंचायत में ऐसे भी हैं जो भ्रष्टाचार को छिपा नहीं सकते हैं अगर जांच की जाए तो अब देखना यह है।इस मामले में अधिकारी कैसे संज्ञान लेते हैं क्या दारानगर ग्राम पंचायत की जांच शुरू हो जाएगी अगर शुरू हुई तो लेने के देने पड़ सकते हैं क्योंकि मामले कई तो पेच भी फसेगा।