एडीओ पंचायत लहरपुर क्या बोल रहे झूठ
अजय सिंह
सीतापुर।बड़ी पुरानी कहावत यहां पर चरिचार्थ होती दिखाई पड़ रही है, ” जब सैया भए कोतवाल,तो डर काहे ” ग्राम प्रधान कलीम पर एकदम सटीक बैठती है वह इसलिए की अधिकारी परी तरह से बचाव में नजर आ रहे हैं। ग्राम पंचायत अकैचनपुर फरीदपुर में गाय के बाड़े से कुछ दूरी पर एक जेसीबी से नालानुमा गड्ढे में कई गाय मरी पड़ी थी जिसका वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है । वीडियो में नेकलाल नाम का व्यक्ति बता रहा है कि गाय धूप से मरी है इसी गायों से संबंधित जानकारी के लिए जब एडीओ पंचायत रमेश मिश्रा से जानकारी ली गई तो एडीओ पंचायत ने बताया की गायें अकैचनपुर
फरीदपुर के गौशाला की नहीं है यह पूछे जाने पर कि जो वीडियो वायरल हुआ है उसमें नेक लाल नाम के व्यक्ति ने बताया है गायें हमारे यहां से हैं और धूप में मरी हैं इस पर एडीओ पंचायत ने कहा मैं संबंधित सचिव को भेजकर जांच करवाता हूं कल मैं खुद अकैचनपुर फरीदपुर गया था और गाय की गिनती की थी 155 गाय मौजूद थी जबकि एडीओ पंचायत झूठ बोल रहे हैं 4 दिन पहले केवल 82 गाय ही मौजूद थी नेकलाल झूठ बोल रहा है या एडीओ पंचायत इसकी भी उच्च स्तरीय जांच जरूरी है जबकि प्रधान कलीम ने भी स्वीकार किया है कि गाय धूप की वजह से मरी है लगता है प्रधान तथा एडीओ पंचायत की बात पूर्ण रूप से नहीं हो सकी इसीलिए एडीओ पंचायत झूठ बोल रहे हैं साथ ही जो एडीओ पंचायत ने बताया कि आज मैं संबंधित सचिव को भेजकर जानकारी करवाता हूं यह बात कुछ हजम नहीं हुई जब कल एडीओ पंचायत जांच करने गए थे फिर आज सचिव को भेजने की क्या जरूरत है इसका मतलब एडीओ पंचायत जांच करने गए ही नहीं थे हरे चारे से संबंधित जब जानकारी ली गई तो बाड़े की रखवाली करने वालों ने बताया कि ग्राम सचिव ने कहा है जब हम आएंगे तब हरा चारा बोया जाएगा । जिस सचिव पर ग्रामवासी आरोप लगा रहे हो यदि उसी सचिव को जांच सौंपी गई तो पारदर्शी जांच कैसे होगी ?यह बड़ा सवाल है,क्योंकि जो दिख रहा है वो है नही जो बताया जा रहा मनगढंत दिखाई पड़ रहा है।