कर्नलगंज, गोण्डा। स्थानीय कोतवाली अन्तर्गत कस्बा चौकी कर्नलगंज की पुलिस की सुस्ती के कारण वाहन चोरों के हौंसले सातवें आसमान पर हैं। एक के बाद एक घटना को अंजाम देकर चोर पुलिस को खुली चुनौती देते नजर आ रहे हैं। बावजूद इसके पुलिस वाहन चोरों पर शिकंजा कसने में नाकाम दिखाई पड़ रही है। चोरों की सक्रियता कहें या पुलिस की उदासीनता जिससे कस्बा कर्नलगंज में दिनदहाड़े बाइक चोरी की दो अलग-अलग घटनाओं में अभी तक ना तो मुकदमा दर्ज किया गया और ना ही बरामदगी हुई। विदित हो कि पहली घटना कस्बा कर्नलगंज अन्तर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की है, जहां बीते तीन सप्ताह पूर्व दिनदहाड़े चोरी हुई मोटरसाइकिल की बरामदगी तो दूर चोरी के मामले में अभी तक मुकदमा दर्ज नही किया गया है। जानकारी के मुताबिक लगभग छब्बीस दिन पहले सरकारी अस्पताल में इलाज कराने आये व्यक्ति की मोटरसाइकिल चोर उड़ा कर ले गए। तहरीर लिखी गई शिकायत हुई सीसीटीवी फुटेज खंगाला गया उसमे चोर दिखाई पड़े। पीड़ित को भरोसा दिलाया गया कि सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे चोर को पकड़ कर मोटरसाइकिल आपके हवाले कर दी जाएगी। घटना के संबंध में कस्बा चौकी प्रभारी को तहरीर देकर पीड़ित अपने घर चला आया। पीड़ित ने कहा कि चोरी की घटना को लगभग छब्बीस दिन बीत गए लेकिन मामले में न तो मुकदमा दर्ज किया गया है और न ही मोटरसाइकिल बरामद की गई है। वहीं दूसरी घटना कस्बा क्षेत्र स्थित तहसील परिसर कर्नलगंज से जुड़ी है, जहां वाहन चोरों द्वारा अभी हाल ही में एक अप्रैल को दिनदहाड़े कोतवाली के निकट तहसील कर्नलगंज के परिसर से एक स्टांप विक्रेता की बाइक चोरी कर पुलिस को खुली चुनौती दी जा चुकी है, इस घटना के संबंध में भी ना तो मुकदमा दर्ज किया गया और ना ही बाईक की बरामदगी पुलिस कर सकी। मामले में पुलिसिया कार्रवाई शून्य है। पुलिस की निष्क्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जहां पर से चोरों ने मोटरसाइकिलों की चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया वहां से कोतवाली और चौकी की दूरी चंद मीटर है और कस्बे के अति व्यस्ततम एवं भीड़ भाड़ के सघन निगरानी वाले स्थल हैं। बावजूद इसके बेखौफ चोर दिनदहाड़े बाइक चोरी कर फरार भी हो गये। वहीं अपने आपको हाईटेक पुलिस का दावा करने वाली गोंडा पुलिस की निरंकुश कार्यप्रणाली का आलम यह है कि एक घटना में चोरों की करतूत सीसीटीवी कैमरे में कैद हो जाने के बावजूद भी पुलिस चोरों तक अभी नहीं पहुंच पाई है।बताते चलें कि चोरी की घटनाओं में मुकदमा दर्ज ना करना और घटना का पर्दाफाश ना करके चोरी के सामान की बरामदगी ना करना कहीं ना कहीं बेखौफ चोरों को चोरी अपराध करने की खुली छूट देना प्रतीत हो रहा है। गौरतलब हो कि दिनदहाड़े बाइक चोरी की घटनाओं के साथ ही अन्य अपराध के बढ़ते गंभीर मामले स्थानीय प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो रहे हैं। जिससे क्षेत्र में दहशत का माहौल बन रहा है।