‘आई एम ए डिस्को डांसर’, ‘जुबी जुबी’, ‘यार बिना चैन कहां रे’ और ‘याद आ रहा है तेरा प्यार’ सहित कई बेहतरीन पॉप और डिस्को गाने
बप्पी लाहिरी द्वारा बॉलीवुड उद्योग को दान किया गया।
हिंदी सिनेमा में ‘बप्पी दा’ के नाम से मशहूर बप्पी लहरी ने महज तीन साल की उम्र में तबला बजाना शुरू कर दिया था और तभी से उन्होंने संगीत की शिक्षा लेनी शुरू कर दी थी।
बप्पी लाहिड़ी वह संगीत परिवार से ताल्लुक रखते थे। उनके पिता अपरेश लाहिरी एक प्रसिद्ध बंगाली गायक थे और उनकी माँ बंसारी लाहिरी एक संगीतकार थीं। बप्पी ने अपने माता-पिता से संगीत सीखा और पहली बार बंगाली फिल्म में गाया।
कोलकाता में जन्मे बप्पी लाहिरी 19 साल की उम्र में मुंबई आ गए और 1973 में हिंदी सिनेमा ‘निन्हा शिकारी’ में पहली बार संगीत देने का मौका मिला।
किशोर कुमार बप्पी लाहिड़ी के रिश्तेदार थे। यही वजह थी कि साल 1975 में उन्होंने मोहम्मद रफी और किशोर कुमार के साथ गाना गाया और फिर उन्हें पहचान मिली।
बप्पी लाहिरी को पॉप किंग माइकल जैक्सन ने 1996 में मुंबई में आयोजित अपने पहले शो में आमंत्रित किया था। बप्पी लाहिरी माइकल जैक्सन द्वारा बुलाए जाने वाले एकमात्र संगीतकार थे।
बप्पी लाहिरी एक प्रसिद्ध गायक होने के साथ-साथ एक संगीत निर्देशक, अभिनेता और रिकॉर्ड निर्माता भी हैं। 80 के दशक के उनके हिट गाने आज भी लोगों की जुबान पर रहते हैं.
Source-Agency News