कन्नौज, इत्र कारोबारी पीयूष जैन के पैतृक घर पर लगातार चौथे दिन डीजीजीआइ टीम की छापेमारी जारी रही। अब तक हुई नोटों की गिनती में 17 करोड़ रुपये की गिनती पूरी हो चुकी है। वहीं कारोबारी के घर से 23 किलो सोना और 600 किलो चंदन का तेल मिला है। पीयूष के घर से बरामद चंदन के तेल और कंपाउंड की सैंपलिंग प्रक्रिया सोमवार देर शाम तक जारी रही। सैंपल भरने के लिए आवास में करीब 500 खाली शीशियां मंगाई गईं। इसके साथ ही उन पर लेबल लगाने के लिए पीले कलर का स्टीकर भी ले जाया गया है। सैंपलिंग और नोटों की गिनती मंगलवार तक चलने की संभावना है। ऐसे में मंगलवार को ही यह तस्वीर साफ हो सकेगी कि कारोबारी के कन्नौज के पैतृक आवास से कुल कितनी निकदी मिली है।शहर के मोहल्ला छिपट्टी निवासी कंपाउंड कारोबारी पीयूष जैन के पैतृक आवास पर शुक्रवार शाम चार बजे से टीम छापेमारी कर रही है। सोमवार को एसबीआइ की आठ सदस्यीय टीम, एक छोटी और तीन बड़ी नोटों की गिनती करने वाली मशीन लेकर पहुंची। जबकि तीन मशीनें पहले से ही घर में मौजूद हैं। ब्रांच मैनेजर प्रेम किशोर की अगुवाई में टीम आवास पर पहुंची है। इसके साथ ही बैंक कर्मी नोटों पर लगाए जाने वाली स्लिप और उनको बांधने के लिए सुतली लेकर पहुंची थी। बताया जा रहा है कि इन स्लिपों पर रुपयों की गिनती आदि लिखकर रुपयों के बंडल पर चिपकाया जाएगा। सोमवार देर शाम जीएसटी इंटेलीजेंस की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक कारोबारी के पैतृक घर से 17 करोड़ रुपये बरामद होने की जानकारी दी है।यह शाम पांच बजे तक हुई गिनती की अधिकृत जानकारी है। गिनती अभी भी जारी है। इसके अलावा यहां से 23 किलो सोना और 600 किलो चंदन तेल बरामद होने की जानकारी दी है। जिसकी कीमत बाजार में 6 करोड़ रुपये है।सोमवार को पीयूष के घर से जीएसटी इंटेलीजेंस की टीम को 23 किलो सोना मिला है। यह सोना बिस्किट के रूप में है। बताया जा रहा है कि हर बिस्किट एक किलो है। यह भी बताया जा रहा है कि सोने के सिक्कों पर विदेशी मार्किंग है। इससे आशंका जताई जा रही है यह सोना विदेशों से आया है। टीम के अफसरों की माने तो अभी भी नोट गिनने और छापेमारी की प्रक्रिया चल रही है। आशंका जताई जा रही है कि यहां नकदी की संख्या बढ़ सकती है। यह भी बताया जा रहा है कि यहां आयकर विभाग और डीआरआइ की टीम भी आएगी। ईडी के भी आने की संभावना जताई जा रही है। बताया जा रहा कि जीएसटी इंटेलीजेंस कोर्ट में अर्जी देकर उनका रिमांड लेगी। इसके बाद उनकी जहां-जहां संपत्तियां हैं, उन्हें जांचा जाएगा। पैतृक आवास से जो नकदी मिली है, उसे एसबीआइ को दी जाएगी। फिलहाल आवास पर नोटों की गिनती जारी है।