रविकान्त तोमर
मथुरा। जनपद में एआरटीओ कार्यालय की तरह बीएसए कार्यालय भी लगातार किसी न किसी मामले में जबरदस्त चर्चा का विषय बना रहता है। बीएसए राजेश कुमार और बीइओ प्रमोद कुमार की कार्यशैली के शोषण से परेशान होकर आत्मदाह करने को उतारू है शिक्षक। ब्लॉक नौहझील में कार्यरत शिक्षक विरेन्द्र ने आरोप लगाया है कि मेरा चयन 68500 शिक्षक भर्ती में हुआ था जिसको लगभग 27 माह हो गए लेकिन मेरे साथ के अधिकतर शिक्षको के वेतन आहरित होने शुरू हो गए है। मेरा वेतन आदेश निर्गत होने के बाबजूद खण्ड शिक्षा अधिकारी प्रमोद कुमार द्वारा मेरा वेतन निर्गत नही किया गया मेरा आर्थिक, मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है। इसके लिए विभाग के आला अफसरों तक मुझे दौड़ा लिया गया है लेकिन मेरे 27 माह से वेतन नही दिया जा रहा है। पीड़ित शिक्षक का आरोप है कि बीइओ प्रमोद कुमार द्वारा मेरा शोषण किया गया है, मैं बीइओ की मांग पूरी नही कर पाया इसलिए मेरा वेतन निर्गत नही हुआ है।पीड़ित शिक्षक रविन्द्र का कहना है कि मेरे पिता भी नही है,मेरे परिवार का संचालन करने वाला मेरे अलावा कोई नही है फिर भी विभाग में मेरी सुनने वाला कोई नही है। पीड़ित शिक्षक रविंद्र ने विभाग के उत्पीड़न से त्रस्त होकर न जीने की इच्छा प्रकट करते हुए उच्च अधिकारियों को शिकायती पत्र भेजे हैं।