जीते जी खुदवा ली अपनी कब्र
बाराबंकी, । जिले में एक वृद्ध के जिंदा समाधि लेने की घोषणा पर तहसील एवं पुलिस प्रशासन हलकान रहा। मौके पर पहुंचकर समाधि लेने वाले वृद्ध से एसडीएम मिले और समझा-बुझा कर शांत किया गया। समाधि लेने वाले मोहम्मद सफी ने कहा कि उसको सपना आया था कि नमाज के बाद उसकी मौत हो जाएगी। इसलिए मौत से पहले उसने जिंदा समाधि लेने का निर्णय लिया था।थाना सफदरगंज के अंतर्गत ग्राम नूरगंज के रहने वाले 80 वर्षीय मोहम्मद सफी ने शुक्रवार को सुबह गांव में चर्चा फैला दी कि वह आज एक बजे जुमे की नमाज के बाद जिंदा समाधि लेंगे। जिसकी सूचना चारों तरफ फैल गई। समाधि की घोषणा करने वाले वृद्ध ने समाधि स्थल की खोदाई भी करवा दिया। इसकी जानकारी उप जिलाधिकारी सुरेंद्र पाल विश्वकर्मा एवं सफदरगंज के थाना अध्यक्ष सुधीर कुमार सिंह को मिली। दोनों अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर समाधि लेने वाले वृद्ध को समझा-बुझाकर उसके घर भिजवाया। मोहम्मद सफी ने बताया कि उसको गुरुवार की रात को सपना आया था कि नमाज के बाद उसकी मौत हो जाएगी। इसलिए उसने समाधि लेने का निर्णय लिया था। समाधि स्थल पर आसपास के गांव के लोगों की भारी भीड़ जुटी। इन लोगों का कहना था कि यह बाबा प्रशासन को गुमराह कर रहा है। इस संबंध में उप जिलाधिकारी सुरेंद्र पाल विश्वकर्मा ने बताया कि वृद्ध को समझा-बुझाकर घर पहुंचा दिया गया है। उसने समाधि न लेने की बात कही है।