आजमगढ़। टंडवा गांव में शनिवार की रात झाड़-फूंक के चक्कर में अमरजीत नामक युवक को एक ओझा ने कमरे में पीटकर अधमरा कर दिया। पेड़ में भी बांधकर पीटा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवक को ओझा के बंधन से मुक्त कराया और जिला अस्पताल पहुंचाया। डाक्टरों ने युवक की हालत गंभीर देख हायर सेंटर रेफर कर दिया। उसके बाद परिवार के लोग एक निजी अस्पताल ले गए जहां, उसकी मौत हो गई।रौनापार थाना के देवारा श्रीनगर गांव निवासी अमरजीत यादव तीन माह से कुछ परेशानियों से जूझ रहा था। किसी ने कंधरापुर थाना के टंडवा गांव निवासी रामअवतार से उसकी मुलाकात कराई। उसने झाड़-फूंक से समस्या का समाधान करने की बात कही, तो अमरजीत के पिता रामकवल उसके चक्कर में फंस गए। सप्ताह में कम से कम तीन बार झाड़ फूंक कराने के लिए जाते थे।मृतक के पिता ने बताया कि ओझा तीन माह में लगभग 50 हजार ऐंठ चुका है। यह भी बताया कि शाम को पुत्र अमरजीत और नाती रवि के साथ रामअवतार के घर गए। उसने रात 11 बजे हमें भोजन के लिए बाहर भेज दिया। फिर बेटे और नाती को सुलाने ले गया। इसके बाद नाती के सामने ही ओझा अपने साथियों के साथ अमरजीत को लाठी-डंडे से मारने-पीटने लगा। उसे घसीटते हुए छत से नीचे उतारा और पेड़ में बांधकर फिर मारने-पीटने लगा। यह देख एक ग्रामीण ने डायल-112 को सूचना दी तो पुलिस ने घायल को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डाक्टरों ने हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया। ओझा गांव से फरार है। कंधरापुर थानाध्यक्ष कमल नयन दुबे ने बताया कि मृतक के पिता की तहरीर पर ओझा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।