लखनऊ, । अब तक पुलिस की नजर से बचते रहे लखीमपुर खीरी कांड के मुख्य आरोपित केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र ‘मोनू’ को शनिवार रात देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। उन पर जांच में सहयोग न करने आरोप लगाते हुए गिरफ्तारी की गई है। एसआइटी प्रभारी डीआइजी उपेंद्र अग्रवाल ने रात करीब 10:50 बजे क्राइम ब्रांच के दफ्तर के बाहर से निकलकर मोनू की गिरफ्तारी की घोषणा की। इससे पहले दिन में मोनू स्कूटी पर सवार होकर क्राइम ब्रांच खुद ही पहुंचे जहां पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर करीब 12 घंटे तक गहन पूछताछ की। इस दौरान एसडीएम डा. अखिलेश कुमार सिंह भी वहां पहुंचे और लगभग डेढ़ घंटे रहे। पूछताछ की वीडियोग्राफी भी की गई है।तिकुनिया में तीन अक्टूबर को हुई किसानों की मौत में आशीष मिश्र आरोपित हैं। पुलिस ने गुरुवार को उनके आवास पर नोटिस चस्पा कर शुक्रवार सुबह 10 बजे तक हाजिर होने को कहा था, लेकिन वह नहीं आए थे। शुक्रवार को पुलिस ने दोबारा समन चस्पा कर शनिवार दिन में 11 बजे पेश होने को कहा था। लेकिन, इससे 20 मिनट पहले ही वह मुंह पर रुमाल बांधकर नीले रंग की स्कूटी से क्राइम ब्रांच के आफिस में जा पहुंचे। वहां विशेष जांच टीम (एसआइटी) के मुखिया पुलिस हेडक्वार्टर के डीआइजी उपेंद्र अग्रवाल ने उनसे एक के बाद एक कई सवाल पूछे। जांच टीम ने अपने सवालों की लिस्ट पहले से ही तैयार कर रखी थी। कुछ सवाल आशीष द्वारा उपलब्ध कराए गए साक्ष्यों के बाबत भी पूछे गए। सूत्रों के अनुसार आशीष ने घटना के दौरान खुद की गांव में मौजूदगी के वीडियो आदि दिए हैैं। कई दलीलें भी रखीं। पता यह भी चला है कि मोनू के पक्ष में करीब 10 लोगों ने शपथ पत्र देकर बताया है कि वह घटना के समय बनवीरपुर गांव में ही थे। एसपी विजय ढुल और एएसपी अरुण कुमार ने भी आशीष से सवाल किए।