प्रयागराज, । तीन दशक से ज्यादा वक्त तक पुलिस विभाग में नौकरी के बावजूद रिटायर इंस्पेक्टर श्यामलाल भी मददगारों के झांसे में आकर पछता रहे हैं। कार सवार युवकों ने रिटायर इंस्पेक्टर को सिविल लाइंस से सोरांव तक लिफ्ट का झांसा देकर कार में बैठाने के बाद उनकी जेब से बेहद शातिराना अंदाज में 50 हजार रुपये पार कर दिए। पुलिस मुकदमा कायम कर सीसीटीवी फुटेज के जरिए टप्पेबाजों की तलाश कर रही है।श्याम लाल सोरांव थाना क्षेत्र के अरैया गांव के निवासी हैं। वह गांव से शहर में पीएचक्यू स्थित एडीजी जोन कार्यालय आए थे। इसके बाद उसी परिसर में स्थित बैंक से 50 हजार रुपये निकाले। फिर एक रिश्तेदार के साथ बाइक पर मिश्रा भवन चौराहे पर पहुंचे। वहां श्यामल लाल सोरांव जाने वाली बस का इंतजार कर रहे थे। तभी एक कार में सवार तीन युवक उनके पास आए। उन्होंने रिटायर इंस्पेक्टर से पूछा कि कहां जाना है। उन्होंने बताया कि सोरांव जाना है। इस पर युवकों ने कहा कि वे भी सुल्तानपुर जा रहे हैं, वह चाहें तो उनकी कार में सोरांव तक के लिए बैठ सकते हैं। श्याम लाल उन शातिरों का इरादा भांप नहीं आए और कार में बैठ गए।कुछ आगे चलकर रास्ते में एक युवक नीचे उतरा और श्याम लाल को ड्राइवर के बगल वाली सीट पर बैठने के लिए। उन्होंने वैसा ही किया। म्योहाल चौराहे पर पहुंचने के बाद कार सवार युवकों ने कहा कि कार की बुकिंग है और महिलाओं को लेकर कहीं जाना है। यह कहते हुए उन्हें उतार दिया। कुछ देर बाद श्याम लाल वहां से बस पकड़कर सोरांव पहुंचे और फिर घर। जब उन्होंने आलमारी में पैसा रखने के लिए जेब में हाथ डाला तो पैसा गायब था। वह सन्न रह गए। तब उन्हें अहसास हुआ कि कार में बैठाने के बहाने उन्हें ठगी का शिकार बना लिया गया है। इंस्पेक्टर सिविल लाइंस जेपी शाही का कहना है कि श्यामलाल से मिली तहरीर के आधार पर मुकदमा लिखकर विवेचना की जा रही है।