लखनऊ, । उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में हुई हिंसा के दौरान मृत चार किसानों में तीन का मंगलवार को अंतिम संस्कार दिया गया लेकिन बहराइच का मोहरनिया निवासी परिवार दोबारा पोस्टमार्टम पर अड़ा है। मोहरनिया के मृत किसान गुरुविंदर सिंह के परिवारजन ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट को गलत करार देते हुए मृतक को गोली मारने की बात कही। देर शाम राकेश टिकैत मृत किसान गुरुविंदर सिंह के घर पहुंचे। अभी तक स्वजन मृतक का दोबारा दिल्ली में पोस्टमार्टम कराने की जिद पर अड़े हैं।मृतक किसान गुरुविंदर के दोबारा पोस्टमार्टम की मांग पर लखनऊ से चार सदस्यीय चिकित्सकों की टीम हेलीकाप्टर से बहराइच पहुंची, लेकिन किसान नेता व परिवारजन शव दिल्ली ले जाने की मांग कर रहे हैं। परिवार ने कहा कि गोली मारी गई। गुरुविंदर के पिता सुखविंदर सिंह का आरोप था कि बेटे की हत्या गोली मार कर की गई है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका उल्लेख नहीं किया गया है। गोरखपुर के एडीजी जोन अखिल कुमार ने परिवारजन से बात कर दोबारा चिकित्सकों की टीम से पोस्टमार्टम कराने का भरोसा दिया, लेकिन मौके पर पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत व परिवारजन शव को एयर लिफ्ट कराकर दिल्ली में दोबारा पोस्टमार्टम की बात पर अड़े रहे। टिकैत ने कहा कि संयुक्त मोर्चा एवं पीड़ित परिवार की मांग के अनुरूप फैसला होना चाहिए।लखीमपुर खीरी में चौखड़ा निवासी लवप्रीत और धौरहरा नक्षत्र सिंह का अंतिम संस्कार कर दिया गया। पुलिस एवं प्रशासन के उच्चाधिकारियों व किसान नेताओं की उपस्थिति में दाह संस्कार हुआ। पहले परिवार के लोगों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट गलत होने का आरोप लगाकर दाह संस्कार करने से मना कर दिया था। इसके बाद किसान वहां पर जमा होने लगे थे। किसान नेता राकेश टिकैत भी चौखड़ा फार्म पहुंच गए थे। काफी देर तक जिद्दोजहद चलने के बाद स्वजन व किसान लवप्रीत के शव को लेकर मझगईं आ गए और वहां पर मार्ग जाम कर दिया। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और विश्वास दिलाया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कोई गड़बड़ी नहीं है। बाद में परिवारजन व किसान नेता दाह संस्कार करने पर राजी हो गए। जबकि नानपारा कोतवाली के बंजारन टाड़ा निवासी दलजीत सिंह का मंगलवार को शव आने के बाद प्रशासन के समझाने पर अंतिम संस्कार देर शाम हो गया।मंगलवार को राकेश टिकैत निघासन में मृतक पत्रकार रमन कश्यप के घर पहुंचे और मृतक के परिवार से मिलकर ढांढ़स बंधाते हुए कहा कि हमारी संवेदना आपके साथ है। रमन पत्रकार बाद में था पहले हमारा किसान भाई था, जिनकी वजह से हमारे किसान भाइयों की मौत हुई है। रमन के परिवार से मिलने के बाद राकेश टिकैत नानपारा में मृतक किसानों के परिवारीजन से मिलने के लिए निकल गए। इस दौरान खीरी पुलिस अधीक्षक विजय ढुल, आइपीएस अजय पाल शर्मा के साथ कई पीपीएस व भारी पुलिस बल तैनात दिखा।खीरी में आठ लोगों की जान जाने के मामले में दूसरा मुकदमा भी दर्ज हुआ है। यह मुकदमा भाजपा नेता सुमित जायसवाल मोदी ने दर्ज कराया है। इसमें अज्ञात भीड़ को आरोपित बनाया गया है। शहर के मुहल्ला अयोध्यापुरी निवासी सुमित जायसवाल मोदी ने तहरीर में कहा है कि उपद्रवी भीड़ ने ईंट, पत्थर, लाठी-डंडों और तलवारों से हमला करके दो अज्ञात भाजपा कार्यकर्ताओं, सुमित के मित्र शुभम मिश्र और ड्राइवर हरिओम मिश्र की हत्या कर दी। दर्ज मुकदमे में हत्या, आगजनी, मारपीट व बलवा आदि संगीन धाराएं लगाई गई हैं।किसानों के हमले में मारे गए शिवपुरी, गढ़ी रोड निवासी शुभम मिश्रा के पिता विजय मिश्रा ने भी पुलिस को अलग से तहरीर दी है। इसमें तीन लोग नामजद हैं जिसमें एक आरोपित तेजिंदर सिंह सपा से जुड़े बताए जा रहे हैं, लेकिन पार्टी ने इससे इन्कार किया है। सपा जिलाध्यक्ष रामपाल यादव का कहना है कि तेजेंद्र सिंह विर्क का सपा से कोई लेना-देना नहीं है। वह उत्तराखंड के निवासी हैं। घायलों में विर्क भी शामिल थे, जिन्हें देखने सपा के लोग गए थे।